लेटेस्ट पोस्ट्स
बिरहा तूँ सुल्तान : शिव कुमार बटालवी
किसी भी शाइर के हवाले से गुफ़्तगू करने का सबसे आसान तरीक़ा ये है कि आप उसकी उस ख़ुसूसियत के हवाले से उस शायर की शिनाख़्त करें जो उसकी शाइरी…
मुहल्ला बिल्लीमारान या बल्लीमारान?
बल्लीमाराँ के मोहल्ले की वो पेचीदा दलीलों की सी गलियाँ… गुलज़ार की ये नज़्म तो ग़ालिब टी.वी. सीरियल में हम सब ने सुनी है। पुरानी दिल्ली। मुहल्ला बल्लीमारान। हम सब…
मिट्टी से गूँधा हुआ शख़्स : देवेंद्र सत्यार्थी
लोक-साहित्य हमेशा से मौखिक रहा है यानी उसे लिखे जाने की कोई रवायत मौजूद नहीं थी। इसी वज्ह से कितने लोक-गीत, कितनी लोक-कथाएँ हमेशा के लिए फ़रामोश हो गईं, उनका…
FEDERER : A FAIRY TALE
बीते दिनों रोजर फ़ेडरर ने सन्यास का एलान किया आइए जानते हैं रोजर, रोजर कैसे बनें 8 अगस्त, 1981 को जन्मे रोजर फ़ेडरर अपने 17वें बसंत (1998) में अपना प्रोफेशनल …
RAFA NADAL : लाल मिट्टी का बादशाह
स्पैनिश में एक कथन है – “El Hombre Que Se Levanta Es Aún Más Grande Que El Que No Ha Caído ” इसका हिंदी अनुवाद यह है कि ” गिरकर…
बची रहेगी मानव सभ्यता
Image Courtesy : DNA NEWS कहने को श्रीलंका चारो तरफ़ से समुद्र से घिरा है। किसी भी राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए राज्य का समुद्र से घिरा होना चारो हाथ…
बिरहा तूँ सुल्तान : शिव कुमार बटालवी
किसी भी शाइर के हवाले से गुफ़्तगू करने का सबसे आसान तरीक़ा ये है कि आप उसकी उस ख़ुसूसियत के हवाले से उस शायर की शिनाख़्त करें जो उसकी शाइरी…
उर्दू शाइरी में हमारी लोक-कहानियाँ और मस्नवी
दुनिया की हर अहम ज़बान के पास एक न एक ऐसा Epic या महाकाव्य मौजूद है जिस पर उसके अहल-ए-ज़बान फ़ख़्र करते हैं। संस्कृत में वाल्मीकि की तख़्लीक़-कर्दा रामायण और…
नासिर, रात और पहली बारिश
उजले-उजले से कफ़न में सहर-ए-हिज्र ‘फ़िराक़’एक तस्वीर हूँ मैं रात के कट जाने की नासिर काज़मी पर फ़िराक़ साहब के एक शेर से बात करना शायद अजीब हो, लेकिन बे-सबब…